Friday, May 1, 2020

तुम्हारा हैं क्या यहां?

तुम्हारा हैं क्या यहां ?
ये जिस्म, ये सांस, ये रूह,
ये हवा, बादल, दरिया, ये मंज़र,
चांद, सूरज, तारे, या गगन ?
अमाप, असीम, अनंत का,
कुछ अंदाज़ा है ?
तुम हो कौन?
तुम्हारा हैं क्या यहां?


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